– घर के बाहर भारी पुलिसबल तैनात
रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) Champai Soren को रविवार को उनके रांची स्थित आवास पर हाउस अरेस्ट (house arrested) कर लिया गया। यह कार्रवाई सदर डीएसपी के नेतृत्व में की गई, जब सोरेन रांची के रिम्स-2 इलाके में जमीन विवाद को लेकर हल चलाने की तैयारी में थे। उनके साथ हजारों आदिवासी समाज के लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही प्रशासन ने उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया।
चंपई सोरेन के बेटे और घाटशिला से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन को भी पुलिस ने तमारा क्षेत्र से हिरासत में ले लिया है। इसी बीच सरायकेला जिले के कांद्रा थाना क्षेत्र से जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा को भी पुलिस ने डिटेन किया है। रांची में रिम्स-2 की विवादित जमीन को लेकर आदिवासी समाज की ओर से ‘हल जोतो’ आंदोलन की घोषणा की गई थी। इसका उद्देश्य था जमीन पर पारंपरिक अधिकार जताना और सरकार को जमीन अधिग्रहण के खिलाफ चेताना। चंपई सोरेन खुद इस अभियान की अगुवाई करने वाले थे।
हालांकि, सरकार ने पहले से ही विरोध को रोकने की पूरी तैयारी कर रखी थी। रिम्स-2 की जमीन पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है। रांची पहुंच रहे आंदोलनकारियों को भी विभिन्न जिलों में बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया है। राज्य भर से आ रहे कई आंदोलनकारी काफिलों को रास्ते में ही रोक दिया गया है, जिससे आंदोलन को प्रभावी रूप से निष्प्रभावी करने की कोशिश की गई है।
फिलहाल पूरे मामले पर राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन प्रशासन की सख्ती से आदिवासी समाज में आक्रोश है। हल जोतो आंदोलन को दबाने की इस कार्यवाही पर झारखंड की राजनीति में नए सिरे से हलचल शुरू हो गई है।