फर्रुखाबाद: गंगा का जलस्तर बढ़ने से जहां एक और गंगा पार क्षेत्र में बाढ़ आ गई और गांव में पानी भर (Flood water filled) गया वहीं शहरी क्षेत्र में गंगा के किनारे सिलसरा रोड पर बनाई गई काशीराम कॉलोनी (Kanshi Ram Colony) में बाढ़ का दृश्य देखने को मिल रहा है। कॉलोनी के पास वाशिंदों ने बाढ़ का सामना करने के लिए या तो अपना-अपने स्थान बदल दिया है या फिर भरे हुए पानी में से निकलकर जीवन यापन कर रहे हैं। बाढ़ का पूरा दृश्य कॉलोनी में देखने को मिल रहा है।
बताते चलें कि तत्कालीन बसपा शासन काल में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने काशीराम कॉलोनी का निर्माण कराया था जिसमें 6 हजार की आबादी निवास कर रही है जिनके पास सर छुपाने के लिए मकान नहीं थे उन्हें कॉलोनी में कमरे इलाज किए गए और वह वहां रह रहे हैं लेकिन गंगा के किनारे होने के कारण बाढ़ आने पर प्रतिवर्ष कॉलोनी में पानी भर जाया करता है और यह पानी निरंतर बढ़ता ही जाता है बरसात के दिनों में कॉलोनी टापू बनी दिखाई देती है वैसा ही वातावरण वर्तमान में देखने को मिल रहा है।
कॉलोनी निवासियों का कहना है कि जल निकासी के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं कराई गई है इस कारण से जब तक बाढ़ रहती है तब तक या तो हम लोगों को या से बाहर निकाल कर कहीं सड़क पर डेरा जमाना पड़ता है या फिर किन्हीं रिस्तेदारों के घर पर समय बताना पड़ता है। जल भराव के कारण कॉलोनी के निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है खासतौर से निचली मंजिल में निवास करने वालों के कमरों तक में पानी भर रहा है जिसके चलते काशीराम कॉलोनी टापू बने हुई है।
पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते डेमो में से हजारों पोस्ट की उसे पानी गंगा नदी में छोड़ा जा रहा है आने वाले समय में जलस्तर और बढ़ाने की संभावना के चलते कॉलोनी में बाढ़ की समस्या और भी ज्यादा गंभीर होती दिखाई दे रही है।