सुस्त बिजली विभाग ने रोजगार पर भी डाला असर बिजली सप्लाई देने में विभाग हुआ विफल
यूथ इंडिया समाचार
अमृतपुर फर्रुखाबाद: बीते चार हफ्तों से गंगा पार क्षेत्र लगातार बाढ़ का दंस झेल रहा है। गंगा एवं रामगंगा नदियों में भयानक सैलाब की स्थिति बनी हुई है। इस क्षेत्र के आधा सैकड़ा से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। जहां के लोग अब रोजी-रोटी के लिए तरस रहे है।अनेकों समस्याएं इस क्षेत्र के लिए मुँह बाये खड़ी है। इन्हीं सब में एक गंभीर समस्या बिजली विभाग ने भी पैदा कर दी है। बाढ़ का दंस झेल रहे (Flood victims) ग्रामीण क्षेत्र के लोग अब बिजली विभाग की कार्यशैली को लेकर निराशा की स्थिति में चल रहे हैं। काम धंधे पहले से ही ठप हो चुके थे। अब बीते 10 दिनों से लगातार बिजली (electricity) न आने के कारण काम करने की गति प्रभावित हुई है।
आटा चक्की ई रिक्शा चार्जिंग मोबाइल चार्जिंग इलेक्ट्रॉनिक की दुकाने पूर्णतया बंद हो चुकी हैं। घरों में अंधेरा है और इस भीषण गर्मी में जीना मुश्किल हो चुका है। बिजली विभाग शायद अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वाहन नहीं कर पा रहा है। जब से अधिकारियों की तैनाती में फेरबदल किया गया बिजली की दुर्दशा होती चली गई। अधिशासी अभियंता एवं अवर अभियंता गंगा पार क्षेत्र की बिजली की समस्याओं को दूर करने में असफल होते जा रहे हैं। इस क्षेत्र के पांच सैकड़ा से अधिक गांव अंधेरे में डूब चुके हैं। बीते कई दशकों से इस क्षेत्र में बाढ़ आती रही परंतु बिजली की दुर्दशा ऐसी कभी नहीं हुई जैसी स्थिति इस वर्ष देखने को मिली।
सन 2010 में भी बाढ़ भयानक रूप से इस क्षेत्र में फैली हुई थी। लेकिन फिर भी अमृतपुर कस्बे की सप्लाई चालू रही। इस वर्ष नवागंतुक अधिकारियों की लापरवाही के चलते 10 दिनों से लगातार गंगा पार क्षेत्र अंधेरे में डूबा हुआ है। कभी फाल्ट कभी लोकल फाल्ट कभी खंबे कभी पावर हाउस में समस्या और सबसे अधिक समस्या इन अधिकारियों ने पैदा कर दी। अब इस स्थिति से दो-चार होने के लिए ना तो कोई जनप्रतिनिधि आगे आ रहा है और ना ही कोई उच्च अधिकारी। कई बार लोगों ने इसकी शिकायत अवर अभियंता से की और इस समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई। सोशल मीडिया पर भी इस समस्या को लेकर हाय तौबा मची लेकिन परिणाम पॉजिटिव नहीं हो सके।
इस क्षेत्र के रहने वाले हरि ओम राघव पूरनलाल दीनदयाल राजेश कल्लू फूलमती राज रानी देवकी सुनीता घनश्याम मोहन प्रदीप वासुदेव अनोखेलाल राम प्रसाद रामनाथ आदि सैकड़ो उपभोक्ताओं ने बिजली सुधार की समस्या को लेकर जिलाधिकारी से मांग की है कि वह इस तरफ भी ध्यान दें जिससे बाढ़ का दंस झेल रहे गंगा पार के बाढ़ पीड़ित कम से कम दोहरी मार से तो बच सके। शाम ढलने के बाद चारों तरफ पानी और अंधेरा दिखाई देता है। ऐसी स्थिति में उजाले की सख्त जरूरत पड़ती है। लेकिन घरों सड़कों के अंधेरे ने अब जीवन में भी अंधेरा घोल दिया है। बिजली विभाग की सुस्ती के चलते प्रत्येक उपभोक्ता परेशान हो चुका है।
अगर ऐसी ही समस्या बनी रही तो इन उपभोक्ताओं का सब्र टूट कर सड़कों पर आ सकता है और फिर इसे संभालना अधिकारियों के बस में नहीं होगा क्योंकि यह समस्या एक दो गांवो की नहीं बल्कि सैकड़ो गांवो की है। इस अंधकार में हजारों उपभोक्ता परेशान हो चुके हैं। बिजली विभाग को चाहिए कि वह अपना संपूर्ण योगदान देकर इस समस्या का समाधान स्थाई तौर पर करें। नए कानून और नए नियम उपभोक्ताओं पर जबरिया थोपने की कोशिश कतई ना करें। बिजली रात ही नहीं दिन में भी दी जाए।