शमसाबाद: क्षेत्र में बाढ़ ने भीषण रूप ले लिया है। लगातार बढ़ते जलस्तर (water level) के चलते कई गांव (villages) पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं और ग्रामीणों का जीवन संकट में आ गया है। बाढ़ के कारण कई संपर्क मार्ग पूरी तरह टूट चुके हैं, जिससे गांवों का संपर्क मुख्य मार्गों से कट गया है। लोग जान जोखिम में डालकर जलराशि में घुसकर ही आने-जाने को मजबूर हैं। कई गांवों में नाव तक नहीं चल पा रही है, जिससे राहत कार्य भी प्रभावित हो रहा है। शमसाबाद क्षेत्र में कमथरी, बांसखेड़ा, भगवानपुर, समूचीपुर, चितार, अचानकपुर और कटरी तौफीक जैसे दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह घिर गए हैं। कटरी तौफीक गांव में कई घरों में पानी भर गया है।
गांव के अमर सिंह, दाताराम, मदनपाल, नंद किशोर और बृजपाल समेत कई लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। अमर सिंह की पत्नी जगरानी देवी ने बताया कि उनके घर में इतना पानी भर गया है कि वह अपने नाती और छोटे बच्चों को लेकर पानी में ही चारपाई पर बैठकर वक्त काट रही हैं।शाहजहांपुर-शमसाबाद मुख्य मार्ग पर चौराहारा गांव के सामने लगभग दो से ढाई फीट पानी बह रहा है, जिसकी लंबाई करीब 400 मीटर है। इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों की बाइकें और वाहन बीच रास्ते में ही खराब होकर बंद हो जा रहे हैं। वहीं, झौआ से रूपपुर जाने वाला संपर्क मार्ग कटरी तौफीक में टूट गया है, जिससे गांव पूरी तरह से अलग-थलग हो गया है। इसी तरह सुल्तानगंज से कमथरी जाने वाला संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से टूट चुका है। बाढ़ के पानी में घिरे ग्रामीणों ने प्रशासन से नाव चलाने की मांग की है ताकि सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द राहत और बचाव कार्य शुरू नहीं हुआ तो हालात और भी भयावह हो सकते हैं। प्रशासन से लोगों ने की अपील।