हरदोई। यूपी के हरदोई में अधिवक्ता हत्याकांड (Advocate Murder Case) में पुलिस ने सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बीरेंद्र यादव उर्फ बीरे समेत पांच लोगों को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया। गुरुवार देर रात पुलिस मुठभेड़ में एक शूटर को गोली लगी, जबकि बाकी को शुक्रवार सुबह उनके घरों से पकड़ा गया। प्रॉपर्टी को लेकर सुपारी देकर शूटरों से कत्ल कराया गया था। वरिष्ठ अधिवक्ता कनिष्क महरोत्रा की तीन दिन पहले हमलावरों ने घर में घुसकर हत्या (Murder) कर दी थी।
शुक्रवार को वारदात का खुलासा करते हुए एसपी नीरज जादौन ने बताया कि लखनऊ रोड पर सिनेमा चौराहे के पास कोठी खाली कराने के लिए हत्या कराई गई। उन्होंने बताया कि करीब 11 साल पहले बीरे यादव, सराय थोक पश्चिमी निवासी आदित्य भान सिंह, धर्मशाला रोड रफी अहमद चौराहा निवासी व्यापारी शिखर गुप्ता और लखनऊ रोड रामनगर कॉलोनी निवासी ठेकेदार नृपेंद्र त्रिपाठी ने मिलकर कोठी खरीदी थी।
कनिष्क शुरू से ही इस मकान में रह रहे थे। बताया जा रहा है कि चारों पार्टनरों ने कोठी को खाली कराने का प्रयास किया। कई बार कनिष्क को डराया-धमकाया लेकिन सफल नहीं हुए। इस पर चारों ने अधिवक्ता को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। एसपी के मुताबिक चारों ने चार लाख रुपये में शूटर रामू महावत से डील की। रामू ने अपने साथी जोगीपुर मजरा तत्यौरा निवासी रामसेवक उर्फ लल्ला, राजवीर और झरोइया के नीरज के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। मुवक्किल के बहाने घर में घुसे और कनिष्क को गोली से उड़ा दिया।
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एसपी ने बताया कि हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें लगाई गई थीं। गुरुवार देर रात नीरज को मुठभेड़ के बाद धर-दबोचा। उसके पैर में गोली लगी है। बीरे, शिखर, आदित्यभान और नृपेंद्र को उनके घरों से गिरफ्तार किया गया है। हत्याकांड में शामिल बाकी दो शूटरों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।