हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार (Haridwar) के रानीपुर थाना क्षेत्र के लेबर कॉलोनी में मानसिक रूप से विकलांग महिला (mentally challenged woman) पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार (arrested) किए गए छह लोगों में से पांच को सोमवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि छठे व्यक्ति की तलाश जारी है। यह घटना सोमवार को उस समय घटी जब 50 वर्षीय पीड़िता अपने घर से दूर भटक गई और किसी दूसरे के घर में घुस गई। वहां के निवासियों ने उसे चोर समझकर शोर मचा दिया। पुलिस के अनुसार, आसपास के लोग भी इकट्ठा हो गए और महिला की मानसिक स्थिति जाने बिना उसे पीटने लगे।
भीड़ ने महिला को एक खंभे से बांध दिया और बेरहमी से पीटा। महिला चीखती-चिल्लाती रही और छोड़ने की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी ने उस पर दया नहीं दिखाई। इसी बीच, किसी ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। जब पीड़िता के परिवार वालों को इसकी जानकारी मिली, तो उनके और आरोपियों के बीच झड़प हो गई। पीड़िता के बेटे ने रानीपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
हरिद्वार के एसपी अभय प्रताप सिंह ने कहा था कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और मानसिक रूप से विकलांग महिला के खिलाफ यह क्रूरता अक्षम्य है। महिला पर हुए हमले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस को सूचना दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर छह व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई।
एसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देश पर आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी पहचान राहुल, इंदर, राकेश, आशु और एक महिला के रूप में हुई है। रानीपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी शांति कुमार ने कहा कि इस तरह की अमानवीय घटनाओं को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।


