फर्रुखाबाद। जिले में धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने फर्जी तरीके से दूसरी महिला की दो दुकानें किराए पर देकर पगड़ी के रूप में 4 लाख 50 हजार वसूल लिए। पीड़ित जब वहां व्यापार करने लगा तो आरोपी महिला ने दुकान खाली कराने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। मना करने पर उसने मारपीट की धमकी दी और दुकान में ताला डालने की बात कही। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर पीड़ित ने न्यायालय की शरण ली, जिसके आदेश पर अब पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता आरिफ खान पुत्र लियाकत अली निवासी सोता बहादुरपुर, पांचाल घाट ने बताया कि करीब दो वर्ष पहले उसने आसमा बानो नामक महिला से फतेहगढ़-बजरिया मार्ग स्थित दो दुकानें किराए पर ली थीं। किराए का समझौता 1600 मासिक किराया और 4 लाख 50 हजार पगड़ी में हुआ था। आरिफ ने दुकानों में इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय शुरू किया जो धीरे-धीरे चल निकला।
आरिफ के अनुसार, व्यापार बढ़ने पर आसमा बानो की नियत बदल गई और उसने दुकान खाली कराने के लिए दबाव डालना शुरू कर दिया। जब आरिफ ने इनकार किया, तो महिला ने मारपीट करने और दुकान में ताला डालने की धमकी दी।
बाद में जांच करने पर आरिफ को पता चला कि जिन दुकानों को आसमा बानो ने किराए पर दिया था, वे उसकी नहीं बल्कि एक अन्य महिला अलका मिश्रा की हैं। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने फतेहगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
इसके बाद आरिफ ने पुलिस अधीक्षक को भी शिकायती पत्र भेजा, किंतु फिर भी मामला लंबित रहा। अंततः उसने अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया, जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने आसमा बानो एवं एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
अदालत के आदेश के बाद फतेहगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपी महिला ने अब तक और कितने लोगों के साथ इस तरह की धोखाधड़ी की है।
स्थानीय व्यापारियों में इस घटना को लेकर आक्रोश है, उनका कहना है कि यदि पुलिस प्रारंभ में ही कार्रवाई करती तो मामला अदालत तक नहीं पहुंचता। व्यापारी वर्ग ने मांग की है कि इस तरह के धोखेबाजों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह ठगी का शिकार न बने।





