फ्री राशन पाने वालों की घर-घर जांच शुरू
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीबों के हक का राशन लूटने वालों पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा अभियान शुरू किया है।
राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि पूरे प्रदेश में फ्री राशन पाने वाले सभी लाभार्थियों की पात्रता की दोबारा जांच की जाए।
खाद्य एवं रसद विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में करीब 16 लाख फर्जी राशन कार्ड ऐसे लोगों के नाम पर हैं जो सरकारी मानकों के अनुसार पात्र नहीं हैं।
इनमें कई सरकारी कर्मचारी, व्यापारी और उच्च आय वर्ग के लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “फ्री राशन गरीब का हक है। कोई भी व्यक्ति यदि पात्र नहीं है तो उसका कार्ड तुरंत निरस्त किया जाए और गरीबों को सूची में जोड़ा जाए।”
प्रत्येक जिले में विशेष टीमें बनाई गई हैं जो घर-घर जाकर सत्यापन कर रही हैं।
जिन कार्डधारकों की वार्षिक आय पात्रता सीमा से अधिक पाई गई, उनके कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे।
इस अभियान से लगभग 2 करोड़ परिवारों का पुनः सत्यापन किया जाएगा।
सरकार का यह कदम “पारदर्शिता और सामाजिक न्याय” की दिशा में एक बड़ा सुधार माना जा रहा है।