फर्रुखाबाद (आवास विकास) : शहर के पॉश इलाके आवास विकास में स्थित कटिहार मेडिकल स्टोर (Katiyar Medical Store) इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है—वजह है यहां से चलने वाला दबाव की दवा और जाम का गोरखधंधा। मेडिकल स्टोर (Medical Store) का प्रोपराइटर आशीष कटियार (proprietor Ashish Katiyar) पर आरोप है कि वह दुकान की आड़ में नशीली दवाओं का अवैध व्यापार चला रहा है, जो हर शाम ढलते ही शराब की बोतलों में तब्दील हो जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मेडिकल स्टोर कम, और नशे का अड्डा ज्यादा लगने लगा है। शाम होते ही दुकान के बाहर संदिग्ध लोगों की भीड़ लग जाती है और फिर वहां दबाव की दवा के नाम पर जाम छलकने लगता है। यह सब कुछ खुलेआम होता है, लेकिन प्रशासन की आंखें अभी तक बंद हैं।
कनेक्शन का खेल या कानून की धज्जियां?
सूत्रों की मानें तो आशीष कटियार के आगरा से लेकर फर्रुखाबाद तक रसूखदार लोगों से संपर्क हैं, जिसकी आड़ में वह कानून को धता बताकर इस अवैध कारोबार को बेखौफ चला रहा है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि वह उच्चस्तरीय दबाव वाली दवाएं बिना पर्ची के बेचता है, जो युवाओं को लत लगाने में भूमिका निभा रही हैं।
स्थानीय युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने का आरोप
कटिहार मेडिकल स्टोर के कारण आवास विकास और आस-पास के मोहल्लों में नशे की लत बढ़ती जा रही है। कई अभिभावकों ने चिंता जाहिर की है कि उनके बच्चे मेडिकल स्टोर के इर्द-गिर्द मंडराने लगे हैं। कुछ युवकों को मेडिकल स्टोर से निकलते वक्त अजीब हालत में भी देखा गया है।
प्रशासन मौन क्यों?
लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। सवाल उठ रहा है कि आखिर मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहे इस गोरखधंधे को किसका संरक्षण प्राप्त है।
अब जनता खुलकर मांग कर रही है कि आशीष कटियार और कटिहार मेडिकल स्टोर की कड़ी जांच हो, लाइसेंस की वैधता पर सवाल उठाए जाएं और दोष सिद्ध होने पर मेडिकल स्टोर को तत्काल प्रभाव से सील किया जाए।