मोहम्मदाबाद: छिबरामऊ-नबाबगंज मार्ग (Chhibramau-Nababganj road) पर इन दिनों किसानों द्वारा सड़क के किनारे मक्का (Maize) सुखाने की प्रक्रिया से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। किसानों ने सड़क की एक साइड पर ट्रालियां, ईंटें और बैरीगेटिंग कर रखी है, जिससे मार्ग संकरा हो गया है और आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस अव्यवस्था के चलते दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि प्रशासन पूरी तरह बेखबर बना हुआ है। सार्वजनिक सड़कों पर इस तरह से निजी उपयोग (फसल सुखाने) के लिए अवरोधक खड़े करना नियम विरुद्ध है, लेकिन इसके बावजूद संबंधित अधिकारियों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
राहगीरों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क से तुरंत अतिक्रमण हटवाया जाए और फसलों को सुखाने के लिए किसानों को वैकल्पिक व्यवस्था दी जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं की आशंका से बचा जा सके।
अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो यह मार्ग किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
यातायात व्यवस्था और जनसुरक्षा की अनदेखी पर अब सवाल उठने लगे हैं — क्या प्रशासन जागेगा या फिर किसी हादसे का इंतजार करेगा?