शमशाबाद: बिजली बिलों (electricity bills) में मनमाने संशोधन और बढ़े हुए शुल्क के विरोध में किसानों का गुस्सा शुक्रवार को फूट पड़ा। जिला महासचिव संजय गंगवार के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान शमशाबाद स्थित विद्युत उपकेंद्र पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। किसानों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग द्वारा स्मार्ट मीटरों में छेड़छाड़ कर अत्यधिक बिल जारी किए जा रहे हैं, जिससे ग्रामीण उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
किसानों का कहना था कि विभाग की लापरवाही से वास्तविक खपत से कहीं अधिक बिल भेजे जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सभी उपभोक्ताओं के बिलों की पुनः जांच कराई जाए और वास्तविक रीडिंग के आधार पर सही बिल जारी किए जाएँ। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा और बिजली घरों का कार्य ठप कर दिया जाएगा।
करीब दो घंटे तक चला यह धरना बिजली विभाग के अधिकारियों के लिए चुनौती बन गया। दोपहर लगभग एक बजे एसडीओ धर्मेंद्र राजपूत मौके पर पहुँचे और किसानों की समस्याएँ सुनीं। इस दौरान जिला महासचिव संजय गंगवार ने किसानों की ओर से उन्हें ज्ञापन सौंपा। एसडीओ ने आश्वासन दिया कि किसानों की शिकायतों की जांच कर शीघ्र समाधान कराया जाएगा।
वहीं, जेई जुनेद आलम ने किसानों से अपील की कि वे अपनी बिजली से संबंधित सभी शिकायतें लिखित में दें ताकि उनका निस्तारण निर्धारित समय पर किया जा सके। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे जिनमें सलमान अहमद, नन्हेंलाल, हुकुम सिंह, सुखबीर, प्रेम शंकर, रोशन लाल, अनुज, राजकुमार सहित अन्य किसान शामिल रहे। किसानों के इस आंदोलन से क्षेत्र में बिजली विभाग के प्रति भारी नाराजगी देखने को मिली।


