करोड़ों की चपत और गाड़ियों की सुरक्षा से खिलवाड़
नई दिल्ली | दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करोल बाग इलाके में नकली ऑटोमोबाइल पार्ट्स के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने मौके से 19 लाख रुपये नगद और करीब 50 लाख रुपये की कीमत के नकली ऑटो पार्ट्स बरामद किए हैं।
यह गिरोह नामी अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के नाम पर नकली ऑटो पार्ट्स बेचकर न सिर्फ कंपनियों को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचा रहा था, बल्कि इससे वाहनों की सुरक्षा के साथ भी गंभीर खिलवाड़ हो रहा था।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, यह रैकेट लंबे समय से करोल बाग के गोदामों और दुकानों के जरिए नकली पुर्जे बाजार में उतार रहा था। ये पुर्जे हूबहू असली ब्रांड जैसे दिखते थे, जिससे ग्राहक भी भ्रमित हो जाते थे। इनमें ब्रेक शू, ऑयल फिल्टर, एयर फिल्टर, स्पार्क प्लग जैसे अहम पार्ट्स शामिल थे।
नकली ऑटो पार्ट्स न केवल इंजन की कार्यक्षमता पर असर डालते हैं बल्कि गाड़ी की सुरक्षा पर भी सीधा खतरा बनते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे पार्ट्स की वजह से कई बार ब्रेक फेल जैसी जानलेवा घटनाएं हो सकती हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक विशेष ऑपरेशन चलाकर यह सफलता हासिल की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह दिल्ली के अलावा देश के कई राज्यों में माल सप्लाई करता था। अब इस नेटवर्क के अन्य लिंक को खंगाला जा रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “यह मामला सिर्फ कॉपीराइट उल्लंघन का नहीं है, बल्कि यह आम लोगों की जान से खेलने जैसा है। जो भी इस नेटवर्क से जुड़ा है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”