कंपिल: गंगा का जलस्तर दिन प्रतिदिन कम हो रहा है। लेकिन लगातार हो रहे कटान से ग्रामीणों (villagers) की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। कंपिल बदायूं मार्ग (Kampil Badaun road) तीन जगह कटने से आवागमन पूर्ण रूप से बाधित है। ग्रामीणों ने मार्ग शुरू करने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है। ग्रामीण जान जोखिम में डालकर अनजान रास्तों से सफर कर रहे हैं।
विगत लगभग पैंतीस दिनों से गंगा में छोड़े जा रहे पानी से ग्रामीणों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था। क्षेत्र के चालीस गांवों में बाढ़ का पानी भरा हुआ था। एक सप्ताह से कम हुए जलस्तर से गांवों का पानी तो निकल गया। लेकिन समस्याएं जस की तस हैं। कंपिल बदायूं मार्ग तीन जगह कटा होने से आवागमन बंद पड़ा है। ग्रामीण अभी भी काफी दूरी तय कर नाव से सफर कर रहे हैं। हालांकि नाव भी पानी घटने से ग्रामीणों को काफी दूरी पर उतार देती है। इसके बाद ग्रामीण अनजान रास्तों से जान जोखिम में डालकर घर का राशन , दवाईयां व गृहस्थी का सामान लेने पर मजबूर हैं।
सबसे ज्यादा परेशानी छात्र, छात्राओं , मरीजों व गर्भवती महिलाओं को हो रही है। ग्रामीण अब भी गाटर वाले जुगाड पुलिया से गुजरने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने कटी सड़क पर मिट्टी आदि डालकर आवागमन शुरू कराने की मांग प्रशासन से की है। बदायूं जाने वाले ग्रामीणों को फर्रुखाबाद से होकर जाने में अतिरिक्त सौ किमी की दूरी तय करनी पड़ रही है।
विगत दिनों जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को कंपिल बदायूं मार्ग अस्थाई रूप से चालू करने के लिए निर्देशित किया था। लेकिन जिम्मेदारों ने कोई सुधि नहीं ली। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। मवेशी वाले किसानों के घरों तक डेयरी वाली गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही हैं। जिससे ग्रामीणों का एक मात्र रोजगार ठप है। इस बाबत एसडीएम अतुल कुमार ने फोन रिसीव नहीं किया।