फर्रुखाबाद: विगत कई दिनों से भाजपा सांसद (BJP MP) मुकेश राजपूत के आवास के पास स्थित भूमि विवाद को लेकर चल रहा मामला आखिरकार प्रशासनिक कार्रवाई के बाद शांत हो गया। जिलाधिकारी के आदेश पर मंगलवार को तहसीलदार सनी कनौजिया ने राजस्वकर्मियों और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर भूमि की पैमाइश कराई। पैमाइश में यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित 18 डिसमिल भूमि सरकारी है, जिस पर वाल्मीकि समाज के कुछ लोगों द्वारा वर्षों से अतिक्रमण किया गया था।
जानकारी के अनुसार, शहर के ठंडी सड़क आईटीआई चौराहे के निकट भाजपा सांसद मुकेश राजपूत का आवास स्थित है। उनके आवास के पड़ोस में करीब 18 डिसमिल भूमि को लेकर दो पक्षों में लंबे समय से स्वामित्व विवाद चल रहा था। उक्त भूमि पर कृष्ण वाल्मीकि का कब्जा था और उन्होंने वहां कबाड़ का सामान भर रखा था।
दूसरी ओर, नगला मसेनी निवासी संजय वाल्मीकि ने कुछ समय पहले इसी विवाद को लेकर जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी पत्नी संतोषी देवी ने सांसद मुकेश राजपूत पर भूमि पर कब्जा कराने का आरोप लगाया था। उस समय सांसद ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा था कि उन्होंने किसी के कब्जे में कोई भूमिका नहीं निभाई है।
मामले में सांसद का नाम आने के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए, जिसके बाद तहसील प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर माप-जोख कराई। जांच में यह बात सामने आई कि संबंधित भूमि ग्राम सभा नगला खारबंदी की है और पूरी तरह सरकारी श्रेणी में आती है।
मंगलवार को तहसीलदार सनी कनौजिया के नेतृत्व में राजस्व टीम और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। सुरक्षा व्यवस्था के बीच जेसीबी मशीन की मदद से अतिक्रमण हटाया गया और भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान आसपास के क्षेत्र में हलचल मच गई और काफी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए।
तहसीलदार सनी कनौजिया ने बताया कि,
“जिलाधिकारी के निर्देश पर भूमि की पैमाइश कराई गई। जांच में भूमि सरकारी पाई गई है, जिसे कब्जा मुक्त करा दिया गया है। आगे किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे की अनुमति नहीं दी जाएगी।”


