हिंदी को रोजगार की भाषा बनाना समय की मांग
फर्रुखाबाद: भारत विकास परिषद (India Development Council) मुख्य शाखा के बैनर तले लोहा रोड स्थित श्री राधा श्याम शक्ति मंदिर के प्रांगण में हिंदी सप्ताह (hindi week) की समापन संगोष्ठी हुई जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय स्तर के कवि डॉक्टर शिव ओम अंबर ने की व संचालन युवा कवि उत्कर्ष उत्कर्ष अग्निहोत्री ने किया।
कार्यक्रम को संयोजक संत कवि बृज किशोर सिंह किशोर ने कहा कि हिंदी के उत्थान के लिए सबसे प्रथम कदम तो यह है कि सभी पाठ्यक्रम जो पढ़ाए जाते हैं वह हिंदी में होने चाहिए अंग्रेजी में पढ़कर बच्चे हिंदी का गहरा ज्ञान प्राप्त नहीं कर पाते हैं। दूसरा यह कि हिंदी के जानकारों को अपनी नई पीढ़ी में हिंदी के संस्कार डालने के लिए कुछ समय निकालकर उन्हें हिंदी पढ़नी चाहिए। हिंदी को कामकाज की भाषा बनाया जाए यह समय की मांग है। डॉक्टर शिव ओम अंबर ने अपने अध्यक्षीय की उद्बोधन में हिंदी की दशा और दिशा को रेखांकित किया।
मौके पर काव्य गोष्ठी का आयोजन भी हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर ग्वालियर के वरिष्ठ कवि रामकिशोर भागीदारी की। इसके अलावा वरिष्ठ कवयित्री डॉक्टर गरिमा पांडेय, गीतकर श्रीमती प्रीति पवन तिवारी, युवाकवि उत्कर्ष अग्निहोत्री , अध्यक्ष कवि डॉक्टर शिव ओम अंबर व संयोजक बृज किशोर सिंह किशोर ने काव्य पाठकिया।
संस्था के संरक्षक रमेश चंद्र त्रिपाठी ने आए हुए सभी लोगों को धन्यवाद दिया और और हिंदी के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत रहने का आह्वान किया। कार्यक्रम में राजीव मिश्रा, डॉ रविंद्र यादव, अशोक वर्मा, अजय पुरवार, आदेश अवस्थी , डॉक्टर रमाकांत तिवारी, सहित संस्था सदस्य व गणमान्य लोग मौजूद रहे।


