– अब तक 261 मामले हो चुके दर्ज
लखनऊ: रियल एस्टेट कंपनी अंसल एपीआई (Ansal API) पर धोखाधड़ी के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अंसल के खिलाफ आठ और मुकदमे (cases) दर्ज किए गए हैं। इन नए मामलों के साथ कंपनी पर दर्ज मुकदमों की कुल संख्या अब 261 हो चुकी है। आरोप है कि कंपनी ने करीब 99.96 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस का कहना है कि सभी मामलों की जांच की जा रही है।
रायबरेली रोड स्थित एल्डिको उद्यान निवासी मनोज कुमार ने पैराडाइज डायमंड प्रोजेक्ट में टू बीएचके फ्लैट बुक कराया था। उन्होंने छह लाख अठहत्तर हजार रुपये जमा कर दिए थे, लेकिन फ्लैट अब तक नहीं मिला। इंदिरानगर सेक्टर-14 की रहने वाली सुरभि वर्मा ने मार्च 2013 में अंसल में प्लॉट बुक कर छब्बीस लाख सोलह हजार रुपये का भुगतान किया।
इसके बावजूद उन्हें कब्जा नहीं मिला। चौक के भोलानाथ कुंआ निवासी देवयानी बाजपेई ने वर्ष 2012 में प्लॉट बुक कर तेरह लाख चौरानवे हजार रुपये जमा किए थे। लेकिन अब तक उनकी रजिस्ट्री नहीं हुई है। देहरादून के भगवंतपुर निवासी गुरु प्रसाद सिंह ने 2011 में अंसल से प्लॉट और फ्लैट बुक कराया था। उन्होंने वर्ष 2018 तक अड़तीस लाख तीस हजार रुपये जमा किए, मगर उन्हें अब तक कब्जा नहीं मिला है। मानकनगर आरडीएसओ कॉलोनी निवासी सरोज मौर्य ने अंसल एपीआई में प्लॉट बुक कर एग्रीमेंट किया था।
इसके बाद उन्हें बड़ा प्लॉट देने का झांसा देकर ग्यारह लाख चार हजार रुपये ले लिए गए। कृष्णानगर के पंडित खेड़ा निवासी अजय कुमार ने प्लॉट बुक कर एक लाख सात हजार रुपये जमा किए। ऐशबाग निवासी मानक गुप्ता और मिल एरिया रोड निवासी शुभाव गुप्ता ने भी एक-एक लाख बत्तीस हजार रुपये प्लॉट के लिए जमा किए थे। लेकिन 12 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें न तो प्लॉट मिला और न ही रजिस्ट्री कराई गई।
इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी का कहना है कि सभी मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पीड़ितों को क्यों कब्जा नहीं मिला और पैसे कहां खर्च हुए। मामले में जरूरत पड़ने पर अंसल के अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।