लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Lucknow के चर्चित कारोबारी अनिल मिठास के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 100.06 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है। कार्रवाई के बाद कारोबारी जगत और राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। ईडी की जांच में सामने आया कि अनिल मिठास ने वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी कर कुल 126.30 करोड़ रुपये की हेराफेरी की। यह रकम विभिन्न फर्जी निवेश और कंपनियों के माध्यम से घुमाई गई।
अनिल मिठास और उनके परिवार (HUF) की लगभग ₹100.06 करोड़ की संपत्ति अटैच की गई। संपत्ति में लखनऊ और अन्य शहरों में स्थित अचल संपत्तियाँ शामिल हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, इन संपत्तियों का मूल्यांकन बाजार दर पर किया गया है। ईडी ने स्पष्ट किया कि अनिल मिठास, उनकी कंपनी UFHL (Universal Fact Holdings Limited) और इसके प्रमोटरों के खिलाफ PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत पहले से ही मामला दर्ज है। इसी केस की पड़ताल में यह हेराफेरी सामने आई।
ईडी की कार्रवाई के मायने
अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई का उद्देश्य अवैध कमाई और हवाला नेटवर्क को रोकना है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस हेराफेरी से और किन-किन लोगों को फायदा पहुंचा और पैसा किन चैनलों के जरिए बाहर भेजा गया। ईडी ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े और लोगों पर भी शिकंजा कस सकता है। वहीं अनिल मिठास से पूछताछ की तैयारी भी चल रही है।
लखनऊ में हुई इस कार्रवाई ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि केंद्र सरकार की एजेंसियां भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग पर लगातार शिकंजा कस रही हैं। अनिल मिठास पर की गई यह कार्रवाई प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी संपत्ति कुर्की में गिनी जा रही है।