लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सौर ऊर्जा के कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी से 5% कमीशन मांगे जाने के मामले में बड़ा कदम उठाते हुए लखनऊ पुलिस से गोमती नगर थाने में दर्ज एफआईआर की प्रगति रिपोर्ट मांगी है। इस जांच में कई बड़े बिल्डर्स और इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, ईडी निकान्त जैन की कंपनियों और उनके बैंक खातों के लेनदेन की सिलसिलेवार जांच कर रही है। अब तक की पड़ताल में संकेत मिले हैं कि निकान्त पहले भी कमीशनखोरी में लिप्त रहे हैं। ईडी की नजरें कुछ बिल्डरों और कमीशनखोरों के करीबी रिश्तों पर भी टिकी हुई हैं।
इस पूरे प्रकरण में निकान्त के साथ ही इन्वेस्ट यूपी के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। मामले की गंभीरता को देखते हुए ईडी अन्य संबंधित एजेंसियों से भी जानकारी जुटा रही है।