394.42 करोड़ की संपत्ति कुर्क, निवेशकों के अरबों डूबे
लखनऊ: प्रसिद्ध बाइकबोट घोटाले (Bikebot scam) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए 394.42 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई। ईडी की जांच में सामने आया है कि जीआईपीएल कंपनी और उसके प्रमोटर संजय भाटी ने अपने साथियों संग मिलकर हजारों निवेशकों से ठगी की। बाइक टैक्सी सेवा बाइकबोट के नाम पर आकर्षक स्कीम चलाई गई, जिसमें निवेशकों को मासिक किराया, ईएमआई और बोनस का लालच दिया गया।
निवेशकों से पहले करोड़ों रुपये जमा कराए गए। इसके बाद इस रकम को शैक्षिक संस्थानों, ट्रस्टों और कई कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया गया। घोटाले से कमाई गई रकम से मेरठ में अचल संपत्तियां खरीदी गईं। यही नहीं, बैंकों में गिरवी रखी गई संपत्तियों को भी इसी रकम से छुड़ाया गया।
ईडी इससे पहले भी 220.78 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। ताजा कार्रवाई के बाद कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 600 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। हजारों निवेशक बाइकबोट घोटाले के शिकार बने हैं। उन्हें अब तक न तो मूलधन वापस मिला और न ही वादा किया गया किराया। ठगी से करोड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं।