32 C
Lucknow
Monday, August 18, 2025

‘जवाबदेही से भाग रहा EC, हमारे सवालों का नहीं दे सका जवाब’, विपक्ष ने चुनाव आयोग पर फिर साधा निशाना

Must read

चुनाव आयोग विपक्ष के सवालों पर जवाबदेही से भाग रहा – गौरव गोगोई ने लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद (Congress MP) Gaurav Gogoi ने चुनाव आयोग (EC) पर विपक्ष के सवालों से भागने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को आयोग द्वारा की गई प्रेस वार्ता में राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए किसी भी मुद्दे का जवाब नहीं दिया गया। गोगोई का कहना है कि चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करे, लेकिन मौजूदा हालात में आयोग खुद ही जवाबदेही से पीछे हटता दिख रहा है।

गौरव गोगोई ने कहा कि महाराष्ट्र में मतदाता सूची में नामों की हेराफेरी की गई है, जबकि कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर मतदाता सूची में गंभीर विसंगतियां पाई गई हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनावों से जुड़े महत्वपूर्ण वीडियो डेटा को हटा दिया गया है, लेकिन इस पर आयोग पूरी तरह चुप है।

वहीं, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने भी चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि आयोग यह कहकर बचना चाहता है कि विपक्ष बिना तथ्यों के आरोप लगा रहा है और कोई हलफनामा नहीं दिया गया है। यादव ने दावा किया कि 2018 से लेकर 2022 तक विपक्ष ने कई बार हलफनामे और लिखित शिकायतें दी हैं, लेकिन आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। रामगोपाल यादव ने बताया कि 2022 में समाजवादी पार्टी ने 18,000 मतदाताओं को मतदाता सूची से हटाए जाने के खिलाफ हलफनामा दिया था, लेकिन उस पर भी आयोग की ओर से कोई जवाब नहीं आया।

INDIA गठबंधन के नेताओं ने सोमवार को संविधान क्लब ऑफ इंडिया में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। नेताओं का कहना है कि आयोग के अधिकारी विपक्ष की शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे और पूरे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

बता दें कि चुनाव आयोग ने 17 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके देश के मुख्य विपक्ष दल कांग्रेस और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के सभी आरोपों का तथ्यों और तर्कों के साथ जवाब दिया था। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी को चेतावनी दी थी कि वे अपने आरोपों की पुष्टि के लिए हलफनामा दें या देश से माफी मांगें? उन्होंने कहा था कि अगर राहुल गांधी 7 दिन के अंदर हलफनामा नहीं देते, तो यह मान लिया जाएगा कि उनके आरोप तथ्यहीन और निराधार थे।

Must read

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Latest article