फर्रुखाबाद। शहर की सड़कों पर ई-रिक्शा चालकों का बेलगाम संचालन न केवल यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है, बल्कि आमजन की जान को जोखिम में भी डाल रहा है। हैरानी की बात यह है कि ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ विभाग की आंखें इस अराजकता पर मूंदे हुए हैं।
शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों — लाल दरवाजा, रेलवे रोड, चौक, पक्कापुल और पांचालघाट — में ई-रिक्शा चालक अक्सर ओवरलोडिंग, गलत साइड ड्राइविंग और ट्रैफिक सिग्नल उल्लंघन करते दिखाई देते हैं। स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को जोखिम में डालकर ये रिक्शा चालक अपनी मनमर्जी से वाहन चला रहे हैं।
कुछ चालकों ने तो रिक्शा में क्षमता से दोगुने यात्रियों को बैठाना और तेज रफ्तार में कट मारना आम बना लिया है। यह स्थिति न केवल यात्रियों के लिए खतरनाक है, बल्कि सड़क पर चलने वाले अन्य वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए भी जानलेवा साबित हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद ट्रैफिक इंचार्ज और आरटीओ विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। कुछ ई-रिक्शा बिना पंजीकरण, बीमा और फिटनेस के ही सड़कों पर फर्राटे भर रहे हैं।
एक स्थानीय दुकानदार ने बताया— “अभी कुछ दिन पहले ही चौक बाजार में एक ई-रिक्शा पलट गया था। 4 लोग घायल हुए, लेकिन न पुलिस आई, न कोई कार्रवाई हुई।”
स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों ने डीएम और एसपी से मांग की है कि
अवैध और बेतरतीब ई-रिक्शा संचालन पर तुरंत रोक लगे।
ट्रैफिक पुलिस नियमित चेकिंग अभियान चलाए।
आरटीओ विभाग बिना फिटनेस और पंजीकरण वाले रिक्शों को जब्त करे।