फर्रुखाबाद: त्योहार से पहले खुशियां बांटने वाले कर्मचारियों (employees) के घर इस बार मायूसी का माहौल रहा। ग्राम्य विकास विभाग के 7 विकासखंडों में तैनात कर्मचारियों का वेतन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण Rakshabandhan से पहले जारी नहीं हो सका। बीडीओ, ग्राम विकास अधिकारी, लेखाकार से लेकर लिपिक सभी वेतन से वंचित रह गए, जबकि शासन के निर्देश के अनुसार 25 तारीख तक बिल लग जाने चाहिए, ताकि महीने की शुरुआत में ही वेतन जारी हो सके।
एक लेखाकार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिले पर आसीन अधिकारियों का वेतन तो समय से निकल गया, लेकिन ब्लॉक स्तर पर किसी का नहीं। उनका कहना है कि जिला विकास अधिकारी श्याम कुमार तिवारी ने समय रहते प्रभार देकर वेतन पास नहीं कराया। कर्मचारियों का आरोप है कि 15 जून को जीतेन्द्र बाबू का कन्नौज ट्रांसफर होने के बाद भी त्यौहार को देखते हुए उन्हें समय से रिलीव नहीं किया गया और न ही किसी अन्य को प्रभार सौंपा गया।
वहीं, जिला विकास अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक सूर्य नारायण का कहना है कि ब्लॉक स्तर से वेतन प्रस्ताव ही जिले पर नहीं भेजा गया, जिसके चलते देरी हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द सभी कर्मचारियों का वेतन हरित कर दिया जाएगा। इस लापरवाही से सैकड़ों परिवारों का रक्षाबंधन फीका पड़ गया और कर्मचारियों में गहरी नाराजगी है।