शमसाबाद: गंगा नदी में आई बाढ़ से शमसाबाद ब्लॉक क्षेत्र के कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं, जिससे आम जनजीवन के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। ब्लॉक के नौ प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों (schools) में बाढ़ का पानी घुस (floods water) जाने के कारण कक्षाएं बंद करनी पड़ीं। स्थिति को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने वैकल्पिक व्यवस्था लागू करते हुए इन विद्यालयों के छात्रों को पड़ोसी गांवों के सुरक्षित विद्यालयों, पंचायत घरों और गांव के ऊंचे स्थानों पर अटैच कर पढ़ाई जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कटरी तौफीक स्थित सिविलियन विद्यालय को पूर्व माध्यमिक विद्यालय झोआ में स्थानांतरित किया गया है। अचानकपुर के पूर्व माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों को गांव के ही ऊंचे स्थान पर संचालित किया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालय जटपुरा को गदनपुर में, मकसूदपुर पट्टी को झोआ में, रूपपुर को बरई गांव में और चंपातपुर के बच्चों को पंचायत घर में पढ़ाया जा रहा है। वहीं उलियापुर चंपातपुर के बच्चों के लिए गांव में ही एक बैठक स्थल पर कक्षाओं की व्यवस्था की गई है।
खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित विद्यालयों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए सभी शिक्षकों को उनके नजदीकी वैकल्पिक केंद्रों पर अटैच किया गया है। जैसे ही बाढ़ का पानी कम होगा, विद्यालयों में नियमित कक्षाएं पुनः शुरू कर दी जाएंगी। प्रशासन की इस पहल से बच्चों की पढ़ाई फिलहाल जारी है, लेकिन ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चुनौती झेल रही है।