– वर्षा में यात्रियों की संख्या अपने आप काम हो जाती है।
लखनऊ: वर्षा ऋतु के चलते परिवहन निगम प्रबंध निदेशक ने आय बढ़ाने की रणनीति तय करते हुए निर्देश जारी किए हैं। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने लोड फैक्टर और परिवहन निगम की आय को बढ़ाने के दृष्टिगत सभी क्षेत्रीय एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश दिये हैं कि चालकों,परिचालकों (Driver-conductor) को उनकी बस में कम से कम पांच यात्रियों को अवश्य बढ़ाने के संबंध में काउंसलिंग की जाए, जिससे कि परिवहन निगम की बसों का संचालन एवं राजस्व में बढ़ोत्तरी हो सके।
उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु में यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों से कम हो जाती है ऐसी स्थिति में लोड फैक्टर कम होने पर परिवहन निगम की आय पर विपरीत प्रभाव देखा जा रहा है। वहीं प्रबंध निदेशक ने कहा कि परिवहन निगम की बसों के संचालन में चालकों एवं परिचालकों की भूमिका सबसे अधिक है। चालकों,परिचालकों की कार्यकुशलता एवं व्यवहार परिवहन निगम की छवि प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की बसों से लगभग प्रतिमाह 05 करोड़ लोग यात्रा करते हैं, जो चालकों,परिचालकों के कार्यप्रणाली एवं व्यवहार को प्रदर्शित करती हैं।
उन्होंने निर्देश दिये कि ऐसे में परिवहन निगम के चालक, परिचालक अपने व्यवहार से परिवहन निगम की छवि को सुधारने के साथ-साथ लोड फैक्टर बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के चालक परिचालक कोविड एवं महाकुम्भ जैसे आयोजनों में कार्यकशुलता एवं व्यवहार का परिचय दे चुके हैं।
जिसके उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री ने उन्हें पुरस्कृत भी किया है और संकट का साथी की उपाधि भी दी है। यदि सामान्य यात्रियों की तुलना में पांच यात्रियों की बढ़ोत्तरी करने में सफल रहते हैं तो इससे लोड फैक्टर एवं आय में सकारात्मक सुधार होगा। जिसका परिणाम यह होगा कि चालकों परिचालकों के हित में निर्णय लेने में आसानी एवं सुविधा होगी