लखनऊ। मलिहाबाद क्षेत्र के मुजासा में सोमवार शाम रेलवे ट्रैक पर मिले 20 वर्षीय युवक विकास कुमार की संदिग्ध मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। महमूदनगर निवासी पिता रामगोपाल ने विकास की मौत को हत्या करार देते हुए इलाके की एक किशोरी, उसके पिता और भाई के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार का कहना है कि विकास की हत्या कर शव को ट्रैक पर फेंककर हादसे का स्वरूप देने की कोशिश की गई है।
परिजनों के अनुसार, विकास की माल इलाके की एक किशोरी से दोस्ती थी। रविवार को वह किशोरी के साथ कहीं गया था, जिसके बाद से वह लापता था। परिवार ने रातभर खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आरोप है कि सोमवार सुबह किशोरी का परिवार विकास के घर आया और 24 घंटे में लड़की न मिलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर चला गया। इसी बीच शाम को मुजासा के पास रेलवे ट्रैक पर विकास का क्षत-विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गई।
पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार शाम परिवार ने शव को महमूदनगर ढाल स्थित सड़क पर रखकर हंगामा किया और आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
घटना को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि कई पहलुओं पर जांच की जा रही है और मौके से मिले कुछ साक्ष्य पुलिस को महत्वपूर्ण दिशा दे रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वैज्ञानिक जांच और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई तेजी से की जाएगी।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है और सभी निष्पक्ष जांच के साथ दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।






