फर्रुखाबाद: ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित परंपरागत स्थलों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिलाधिकारी (DM) आशुतोष कुमार द्विवेदी ने शनिवार को ग्राम पंचायत सोता बहादुरपुर के अंतर्गत आने वाले प्रसिद्ध अंत्येष्टि स्थल (funeral site) (पांचाल घाट के पूर्व) का गहन निरीक्षण (inspected) किया। यह स्थल वर्षों से अंतिम संस्कार की मुख्य भूमि के रूप में जाना जाता है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि यह जनपद का एकमात्र परंपरागत स्थल है, जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में अंत्येष्टि क्रियाएं होती हैं। खास बात यह है कि यहां केवल फर्रुखाबाद जनपद के लोग ही नहीं, बल्कि आसपास के कन्नौज, इटावा, मैनपुरी और हरदोई जैसे जिलों से भी लोग शव लेकर अंतिम संस्कार हेतु आते हैं।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि स्थानीय स्तर पर कुछ समाजसेवियों द्वारा शवदाह स्थल, सामुदायिक शौचालय, सराय भवन और अन्य आवश्यक ढांचे का निर्माण कराया गया है, जिससे आने वाले लोगों को कुछ हद तक सुविधा प्राप्त हो रही है। हालांकि, बढ़ती भीड़ और समय की मांग को देखते हुए अभी और कई विकास कार्यों की आवश्यकता महसूस की गई। जिलाधिकारी के साथ इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी , उप जिलाधिकारी सदर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड), सहायक अभियंता सिंचाई, सहायक अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, जिला पंचायत राज अधिकारी, ग्राम प्रधान और सचिव भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और आवश्यक सुधारात्मक कार्यों की सूची तैयार करने की पहल की।
जिलाधिकारी ने अभियंताओं को निर्देश दिया कि अंत्येष्टि स्थल का विस्तृत मापन कर आवश्यक मदों का प्राक्कलन तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि इस स्थल को व्यवस्थित और विकसित किए जाने से न केवल ग्रामीणों को सुविधा होगी बल्कि दूर-दराज से आने वाले शोकाकुल परिवारों को भी बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सकेगी। स्थानीय ग्रामीणों और समाजसेवियों ने जिलाधिकारी के निरीक्षण का स्वागत किया। उनका कहना है कि वर्षों से यह स्थल जनपद की पहचान रहा है, लेकिन सुविधाओं के अभाव में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब उम्मीद है कि जिलाधिकारी की पहल से यह स्थल आधुनिक सुविधाओं से युक्त होकर आने वाले लोगों के लिए आस्था और सुविधा का केंद्र बनेगा।