यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से आयोजित दिव्यांग सहायता शिविर में विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की गई। शिविर का आयोजन ब्लॉक बढ़पुर में किया गया, जहां दिव्यांगजनों को निशुल्क कृत्रिम उपकरण प्रदान किए जाने थे। हालांकि, शिविर में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के किसी भी अधिकारी की गैरमौजूदगी ने इस कार्यक्रम को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजनों को उनके आवश्यक कृत्रिम उपकरण प्रदान करना था। पुनर्वास विशेषज्ञ अमित कुमार और श्रवण विशेषज्ञ बाल गोपाल के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के कागजात की जांच की गई और उनके रजिस्ट्रेशन पूरे किए गए। शिविर में दिव्यांगजनों की मदद के लिए विशेष टीमों ने काम किया, लेकिन महत्वपूर्ण विभागीय अधिकारियों की अनुपस्थिति ने व्यवस्थाओं को प्रभावित किया।
भाजपा दिव्यांग प्रकोष्ठ के सह जिला संयोजक विनोद वर्मा और राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड के सदस्य अभिषेक त्रिवेदी ने शिविर का निरीक्षण किया। अभिषेक त्रिवेदी ने कहा, यह शिविर जिले के सभी ब्लॉकों में लगाए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा दिव्यांगजन इस योजना का लाभ उठा सकें। उन्होंने फर्रुखाबाद दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग से इस कार्यक्रम में विशेष सहयोग की अपील की।
हालांकि, शिविर में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के किसी भी अधिकारी के न पहुंचने पर राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड के सदस्य अभिषेक त्रिवेदी ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह शिविर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए आयोजित किया गया है, और संबंधित विभाग के अधिकारियों की गैरमौजूदगी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
शिविर के दौरान यह भी बताया गया कि भविष्य में जिले के अन्य ब्लॉकों में भी इसी प्रकार के शिविरों का आयोजन किया जाएगा, ताकि हर दिव्यांगजन को इस योजना का पूरा लाभ मिल सके। कार्यक्रम के दौरान राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड ने आश्वासन दिया कि दिव्यांगजनों की हर संभव मदद की जाएगी और किसी भी प्रकार की बाधाओं को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।