गांवों की समस्याओं पर व्यापक मंथन
फर्रुखाबाद: कलेक्ट्रट सभागार में शुक्रबार जिला विकास (District Development) समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सांसद मुकेश राजपूत ने की। इस बैठक में क्षेत्रीय विधायक अमृतपुर (MLA Amritpur) सुरेश कुमार शाक्य, भोजपुर विधायक नागेन्द्र प्रताप सिंह राठौर, ब्लॉक प्रमुख, नगर पंचायतों के अध्यक्षों सहित जनपद के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में मनरेगा योजनाओं के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए सांसद राजपूत ने उन कार्यों की सूची मांगी जिनमें मनरेगा का धन खर्च कर ग्रामीणों को पेयजल, सीवर और साफ-सफाई की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने नाराजगी जताई कि कई गांवों में आज भी लोग पानी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने जलनिकासी हेतु मिट्टी पट्टियों को हटाकर नाले व नालियों का निर्माण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
अमृतपुर विधायक सुरेश शाक्य ने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत निर्मित कूड़ा निस्तारण केंद्रों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में बने केंद्रों को ग्राम पंचायत स्तर पर चालू करने की मांग की। इस पर सांसद ने 15 दिनों में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दस दस केंद्रों की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। अमृतपुर स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र के बंद होने पर भी नाराजगी जताई गई।बैठक में अमृतपुर विधायक ने उन गांवों का मुद्दा उठाया जहाँ सड़कों की हालत बेहद खराब है। उन्होंने ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव लेकर शासन को भेजने का आग्रह किया। सांसद श्री राजपूत ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रस्ताव मिलने पर त्वरित कार्रवाई हो और निर्माण कार्य शुरू कराए जाएं।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए सांसद ने उन दवाओं की जानकारी मांगी जिनकी एक्सपायरी डेट 6 महीने बाद की हो और जो स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद हों। साथ ही, टेंपो डॉक्टरों की उपस्थिति नियमित रूप से दर्ज कराने और ग्रामीण क्षेत्रों में समय से पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।ग्रामीण जल समस्या व टंकी निर्माण पर भी उठे सवाल सांसद राजपूत ने जल निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि गांवों में अभी तक पेयजल संकट बना हुआ है। जो टंकियां बनी हैं, वह चालू नहीं हैं और कई स्थानों पर पानी की पाइपलाइनें क्षतिग्रस्त हैं।
उन्होंने जिलाधिकारी को आदेशित किया कि ऐसे स्थलों की सूची बनाकर शासन को भेजी जाए। बैठक के समापन पर सांसद राजपूत ने सभी विभागीय अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जनपद में कार्य तो हो रहा है, परंतु प्रदेश स्तर की रैंकिंग में अब भी सुधार की जरूरत है। उन्होंने अफसरों से अपेक्षा जताई कि वे विभागीय प्रगति में और तेजी लाएं ताकि जनता को सीधा लाभ मिल सके।