सरेराह अपहरण की अफवाह, वायरल वीडियो से खुला राज, पुलिस जांच में जुटी
शाहजहांपुर: शहर में दो निजी बस संचालकों (private bus operators) के बीच चल रहे आपसी विवाद ने शनिवार रात नया मोड़ ले लिया, जब अपहरण (kidnapping) की झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की गई। मामला सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद तूल पकड़ गया है। शनिवार रात करीब आठ बजे सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक बस संचालक ने अपने साथियों के अपहरण की सूचना पुलिस को दी। इस खबर से हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की।
जांच के दौरान सामने आया कि अपहरण की सूचना झूठी थी और जिन युवकों के अपहरण की बात कही जा रही थी, उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे नाजायज असलहों के साथ नजर आ रहे हैं। पुलिस अब वीडियो के आधार पर उनकी तलाश में जुटी है।
इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार ने बताया कि मामला निजी बसों में सवारियां बैठाने को लेकर आपसी वर्चस्व का है। इसी विवाद में एक पक्ष ने अपहरण की झूठी कहानी रची, ताकि दूसरे पक्ष को फंसाया जा सके। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ के बाद मामले की पूरी सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
रंगदारी की शिकायत पर दर्ज हुई रिपोर्ट
इस पूरे प्रकरण के दौरान शनिवार को रामनगर कॉलोनी निवासी सन्नी कपूर ने सदर बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने बस चलाने के लिए हिस्सा देने की धमकी दी थी और रंगदारी मांगी। सन्नी का कहना है कि रंगदारी मांगने वालों ने ही बाद में अपहरण की झूठी सूचना देकर पुलिस को भ्रमित किया।
पुलिस अब रंगदारी के इस आरोप और अपहरण की साजिश दोनों पहलुओं की जांच कर रही है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही संबंधित आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है।


