फर्रुखाबाद: आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना (Indian Army) द्वारा की गई एयर स्ट्राइक (air strike) की खबर सामने आने के बाद मंगलवार को फर्रुखाबाद (Farrukhabad) नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। सुबह से लेकर देर शाम तक लोग टीवी स्क्रीन से चिपके रहे और हर जगह इसी विषय पर बातचीत होती रही। जहां एक ओर युवाओं में देशभक्ति का उत्साह और सेना के प्रति गर्व देखा गया, वहीं बुजुर्गों और बुद्धिजीवियों में युद्ध की आशंका को लेकर गहरी चिंता नजर आई। लोग यह अनुमान लगाने में जुटे रहे कि यह केवल शुरुआत है और जल्द ही इसके बड़े परिणाम सामने आ सकते हैं।
नगर के कई लोगों का मानना है कि आतंकवाद की जड़ पर एक बार पूरी तरह से प्रहार आवश्यक है और अगर इसके लिए युद्ध भी करना पड़े, तो पीछे नहीं हटना चाहिए। वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि युद्ध के परिणाम आम जनता को झेलने पड़ते हैं, जिनमें असुरक्षा, महंगाई, और आपातकाल जैसी स्थितियाँ शामिल हैं, इसलिए यह कदम सोच-समझकर उठाया जाना चाहिए।
बुद्धिजीवियों का कहना था कि जहां तक संभव हो, युद्ध टालना ही बेहतर होता है क्योंकि इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकलता, लेकिन अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है और सहयोग करता है, तो फिर भारत के पास केवल एक ही विकल्प युद्ध का रह जाता है।
शहर के कई हिस्सों में देर शाम तक ब्लैकआउट की स्थिति रही, जिससे युद्ध जैसा वातावरण बन गया। पुरानी पीढ़ी के लोगों के लिए यह परिस्थिति नई नहीं थी, लेकिन युवा वर्ग जो युद्ध का अनुभव नहीं रखते, उनके लिए यह माहौल कौतूहल और रोमांच से भरपूर रहा। पूरे दिन सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर एयर स्ट्राइक से जुड़ी खबरें छाई रहीं, जिससे लोगों की निगाहें पल-पल की अपडेट पर टिकी रहीं।