आगरा। जिले में उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब दर्जनों ग्रामीण महिलाओं ने एक अंग्रेजी शराब के ठेके पर अचानक धावा बोल दिया और देखते ही देखते पूरे ठेके में रखी लाखों रुपए की शराब की बोतलें तोड़ दीं। महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए ठेके पर रखी पेटियों को तोड़ा, जमीन पर शराब बहा दी और फिर वहां से निकल गईं।
घटना आगरा के नगला झाम, अछनेरा क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां यह विरोध उस समय भड़का जब गांव में देवी मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए दर्दनाक हादसे के बाद लोगों का गुस्सा उबाल पर था। दो दिन पहले इसी इलाके में मूर्ति विसर्जन के दौरान 13 लोग डूब गए थे, जिनमें से अब तक केवल 6 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि 7 लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
गांव के लोगों का आरोप है कि प्रशासन की लापरवाही और इलाके में बढ़ते नशे के कारण युवाओं का ध्यान भटक गया है। हादसे के बाद महिलाओं का गुस्सा सीधे शराब के ठेके पर फूटा, जिसे वे गांव की बर्बादी की जड़ मान रही थीं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, करीब 40–50 महिलाएं समूह बनाकर ठेके पर पहुंचीं, वहां मौजूद कर्मचारियों को बाहर किया और बोतलों, पेटियों को तोड़ना शुरू कर दिया। कुछ महिलाओं ने ठेके के बोर्ड और साइनबोर्ड भी क्षतिग्रस्त कर दिए।
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक महिलाएं वहां से जा चुकी थीं। पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और घटना से जुड़े वीडियो और फोटोग्राफ के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
एसपी (ग्रामीण) ने बताया कि “घटना की जांच की जा रही है। जिन लोगों ने नुकसान पहुंचाया है, उनकी पहचान की जा रही है, लेकिन हम समझते हैं कि यह एक दुखद हादसे के बाद उपजा जनाक्रोश है, इसलिए कार्रवाई सोच-समझकर की जाएगी।”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक लापता लोगों की तलाश पूरी नहीं होती और प्रशासन जिम्मेदारी तय नहीं करता, तब तक इलाके में प्रदर्शन जारी रहेगा।
गांव में माहौल अभी भी संवेदनशील बना हुआ है। पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो।