फर्रुखाबाद: कलेक्ट्रेट सभागार (Collectorate Auditorium) में गुरुवार को विकसित भारत (Developed India) 2047 समर्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश अभियान के तहत एक विचार गोष्ठी व संवाद कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आयुक्त कानपुर मण्डल जनपद नोडल अधिकारी के0 विजियन पांडियन सहित प्रबुद्धजनों सेवानिवृत्त आईएएस राजीव कुमार, सेवानिवृत्त आईपीएस आर0के0एस0 राठौर, सेवानिवृत्त प्रोफेसर विनोद कुमार तिवारी, सेवानिवृत्त मुख्य अभियन्ता अजय गंगवार, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी व मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार गौड़ मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ व पुस्तक देकर स्वागत कर किया। सेवानिवृत्त आईएएस राजीव कुमार ने अर्थशक्ति, सृजनशक्ति और जीवनशक्ति’ की थीम पर आधारित विकसित भारत की रूपरेखा प्रस्तुत की और फर्रुखाबाद को आलू आधारित उद्योग, आधुनिक सड़कें, बिजली व्यवस्था और गंगा पर बांध निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।सेवानिवृत्त आईपीएस आर0के0एस0 राठौर ने कहा कि मजबूत नीयत और ईमानदारी से ही सभी चुनौतियों का समाधान संभव है।
वहीं प्रोफेसर विनोद कुमार तिवारी ने कहा कि भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और अब समय है कि पर्यटन, कृषि, सड़क विकास और औद्योगिक वृद्धि को प्राथमिकता दी जाए। अभियंता अजय गंगवार ने तकनीकी सुधार पर जोर दिया।इस मौके पर स्थानीय उद्यमियों व छात्रों ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए। रोहित गोयल ने कपड़ा उद्योग के लिए ट्रीटमेंट प्लांट, वैभव राठौर ने युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट और ब्लॉक प्रिंटिंग व जरदोजी को बढ़ावा देने, सुरेंद्र पांडेय ने गंगा किनारे विश्रामालय और ऑडिटोरियम निर्माण, वहीं भूपेंद्र प्रताप सिंह ने पलायन रोकने, मेडिकल कॉलेज व सैनिक स्कूल खोलने और बाढ़ से निपटने के स्थायी समाधान की मांग की।
नम्रता (स्वयं सहायता समूह) ने समूह उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने का सुझाव रखा।आयुक्त के0 विजियन पांडियन ने कहा कि यह अभियान एक माह तक चलेगा और सभी के सुझाव ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कराए जाएंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश की युवा आबादी हमारी ताकत है और किसान कैश क्रॉप्स पर ध्यान देकर आर्थिक विकास में योगदान दे सकते हैं।
समापन पर जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने सभी प्रबुद्धजनों, व्यापारियों, कृषकों व स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बधाई देते हुए आग्रह किया कि सभी लोग अपने सुझाव क्यूआर कोड के माध्यम से पोर्टल पर दर्ज कराएं, ताकि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सके।इस अवसर पर जिले के अनेक अधिकारी, व्यापारी, उद्यमी, कृषक व स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे।