– कश्मीर में रेलवे का नया युग: पटरियों से लेकर डिब्बों तक हो रहा तेज़ उन्नयन
– पहली बार लखनऊ का योगदान होगा
– ट्रैक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एआई तकनीक का होगा उपयोग : रेल मंत्री
श्रीनगर/लखनऊ: जम्मू-कश्मीर में रेलवे ढांचे का तीव्र आधुनिकीकरण हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना के उद्घाटन के बाद घाटी को पहली बार सीधा रेल संपर्क मिला है। कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत एक्सप्रेस अब प्रमुख परिवहन साधन बन चुकी है। घाटी में पहली बार टैम्पिंग मशीन, गिट्टी सफाई मशीनें और ट्रैक रिकॉर्डिंग कार जैसी आधुनिक तकनीकें पटरियों के रखरखाव में लगाई गई हैं। इससे अब तक
88 किमी ट्रैक की मजबूती, 14 किमी से अधिक की सफाई और 19,000 घन मीटर गिट्टी भराई हो चुकी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रैक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एआई आधारित सिस्टम और आधुनिक ट्रैक माप यंत्रों का उपयोग किया जाएगा, जिससे ट्रैक रखरखाव वैज्ञानिक और सुरक्षित होगा। इसके साथ ही कश्मीर घाटी में यात्री डिब्बों को भी उन्नत किया जा रहा है। पहली बार डेमू और मेमू रेकों को रेल के माध्यम से लखनऊ स्थित चारबाग कारखाने लाकर मरम्मत की जा रही है।
उन्नयन में बायो टॉयलेट, चार्जिंग सॉकेट, सूचना प्रणाली, नई सीटें और पीयू पेंटिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। यह कार्य अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे जम्मू-कश्मीर को अब नई जीवन रेखा दे रहा है, जिससे क्षेत्रीय विकास को नया बल मिलेगा।