- 30 मई तक समितियों पर खाद न मिलने पर प्रदर्शन की चेतावनी, एआर कार्यालय में सौंपा गया ज्ञापन
फर्रुखाबाद। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) की जिला इकाई की बैठक नेकपुर चौरासी स्थित जिला कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें खरीफ की बुवाई से पूर्व सभी सरकारी समितियों पर खाद की सुनिश्चित उपलब्धता की मांग को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि 30 मई तक खाद उपलब्ध नहीं कराई गई, तो जिलेभर में प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में पूर्व पदाधिकारी और ब्लॉक अध्यक्षों को निर्देशित किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सदस्यता अभियान सक्रिय रूप से चलाएं और किसानों की समस्याओं को लगातार प्रशासन के संज्ञान में लाते रहें।
राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर भाकियू प्रतिनिधिमंडल सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता अजय पालीवाल के कार्यालय पहुंचा। हालांकि पालीवाल उस समय सरकारी कार्य से झांसी गए हुए थे, इसलिए किसानों ने जूनियर सहायक आयुक्त विनोद कटियार को अपनी मांगों से अवगत कराया।
जिला अध्यक्ष अजय कटियार ने कहा कि वर्तमान समय में 60 से 70 प्रतिशत समितियों पर खाद उपलब्ध नहीं है, जबकि किसान खरीफ की बुवाई के लिए खेतों की जुताई शुरू कर चुके हैं। सरकारी रिकॉर्ड में भले ही खाद का भंडारण दिखाया गया हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है।
कटियार ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 30 मई तक सभी समितियों पर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हुई, तो संबंधित क्षेत्र की समितियों में अनियमितताओं को लेकर ब्लॉक अध्यक्ष, कमेटी सदस्य, और जिला अध्यक्ष सहित जिला कमेटी द्वारा विकास भवन व एआर कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर कई वरिष्ठ किसान नेता मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से छविनाथ शाक्य, गोपी शाक्य, बृजेश गंगवार, कृष्ण गोपाल मिश्रा, अभय यादव, संजीव सिंह सोमवंशी, शीशराम शर्मा, सुशील दीक्षित बाबा जी, अनीस सिंह सोनू, शिवराम शाक्य, संजय यादव, विमलेश शाक्य, विजय सिंह शाक्य, संजय सिंह, प्रेमचंद यादव, सत्यराम राजपूत, कमलेश शाक्य आदि शामिल रहे।
भाकियू टिकैत की यह सक्रियता दिखाती है कि किसानों की मूलभूत आवश्यकताओं को लेकर संगठन पूरी तरह प्रतिबद्ध है। समय रहते प्रशासन ने अगर किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो जिले में खाद संकट गहराने की आशंका है।