नई दिल्ली: राजधानी Delhi के लाल किले (Red Fort) से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां 2 सितंबर को साधु वेशधारी एक शख्स ने कंधे पर झोला लटकाए अंदर से करीब 1 करोड़ रुपये कीमत का बहुमूल्य कलश चुरा (stole) लिया और आसानी से फरार हो गया। घटना के कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपी का कोई सुराग नहीं लगा पाई है।
सूत्रों के मुताबिक, 2 सितंबर की दोपहर एक शख्स साधु का भेष बनाकर लाल किला परिसर में प्रवेश किया। उसके कंधे पर एक बड़ा झोला था। मौके का फायदा उठाते हुए उसने परिसर में रखा बहुमूल्य कलश झोले में रखा और बिना किसी शक के निकल गया। बाहर मौजूद लोगों को लगा कि वह साधु कोई सामान्य पुजारी या श्रद्धालु है।
पुलिस को लाल किले के आसपास लगे CCTV कैमरों से कुछ फुटेज मिले हैं, जिनमें संदिग्ध साधु वेश में कलश लेकर जाता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि उसका चेहरा साफ तौर पर नजर नहीं आ रहा है। पुलिस टीम ने इलाके में लगे अन्य कैमरों और सीसीटीवी रूट की भी जांच शुरू की है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्थानीय थाना पुलिस ने मिलकर जांच शुरू कर दी है। चोरी हुए कलश की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने आशंका जताई है कि आरोपी ने पहले से योजना बनाकर यह वारदात की और संभव है कि इसके पीछे संगठित गिरोह शामिल हो।
देश की राजधानी के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले ऐतिहासिक स्थल लाल किले से इस तरह की चोरी होना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहा है। आम लोगों और सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि जब इतने हाई-प्रोफाइल इलाके से कोई व्यक्ति इतनी आसानी से चोरी कर सकता है, तो बाकी जगहों की सुरक्षा की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि अगर किसी ने इस संदिग्ध साधु को झोले के साथ आसपास देखा है या उसके बारे में कोई जानकारी है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।