यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। दशहरे का मेला नजदीक आते ही तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। इस बार मेले का मुख्य आकर्षण रावण और उसके पुत्रों के पुतले होंगे, जिन्हें खास तौर पर आगरा से आए कारीगरों द्वारा तैयार किया जा रहा है। श्री रामलीला मंडल ने विशेष रूप से असगर अली एंड सन्स की टीम को आमंत्रित किया है, जो पुतलों को बेहद अनोखे तरीके से तैयार कर रही है।
इस बार रावण का पुतला विशेष होगा, जो मुंह से शोले उगलेगा और आंखों से चिंगारियां फेंकेगा। असगर अली ने बताया कि उनकी टीम में लगभग 40 लोग शामिल हैं, जो अलग-अलग स्थानों पर पुतले बनाने का काम करते हैं। यह कारीगर न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि हरियाणा, पानीपत, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बंगाल, बिहार जैसे विभिन्न राज्यों में भी पुतले बनाकर अपनी छाप छोड़ चुके हैं।
रावण के पुतले के साथ-साथ उसके पुत्रों के पुतले भी बनाए जा रहे हैं, जिसमें दर्शकों को कुछ नया और अनोखा देखने को मिलेगा। असगर अली ने बताया कि पुतले बनाने का काम वे शौकिया करते हैं, जबकि उनका मुख्य व्यवसाय कुछ और है। उनके दो बेटे इंजीनियर हैं, लेकिन वे इस पारंपरिक काम को अपनी पहचान मानते हैं। असगर अली ने बताया कि उनकी पिछली चार पीढिय़ाँ भी रावण के पुतले बनाती आ रही हैं, और वे इस परंपरा को आज भी जीवित रखे हुए हैं।