वाराणसी: बारिश का मौसम शुरू हो गया और इस बीच जलस्तर बढ़ने की खबरे सामने आ रही है। वाराणसी (Varanasi) के गंगा (Ganga) नदी में पानी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। जलस्तर बढ़ने के कारण काशी (Kashi) के आस-पास के करीब 10 घाटों का संपर्क टूट गया है। इसको लेकर जल पुलिस, प्रशासन और नाविकों ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस कारण घाटों से होकर जाने वाले मार्ग काशी विश्वनाथ के भक्तों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
वाराणसी के गंगा नदी में पानी का जलस्तर बढ़ गया है। इसकी वजह से 10 से ज्यादा घाटों की सीढ़ियां डूब चुकी हैं। एक से दूसरे घाट पर जाने के लिए संपर्क मार्ग बंद हो चुके हैं। मानमंदिर घाट से त्रिपुरा भैरवी घाट जाने वाले रास्ते पर घुटने भर से ज्यादा गंगा का पानी है। घाट का संपर्क मार्ग टूटने के बाद भी श्रद्धालु जोखिम उठाकर घुटने भर पानी से गुजर कर काशी विश्वनाथ धाम के लिए जा रहे हैं।
वाराणसी में रात 8 बजे तक जारी रिपोर्ट के अनुसार गंगा के जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रतिघंटा के रफ्तार से बढ़ने लगा है। गंगा 62.62 मीटर पर बह रही हैं। यहां खतरे का निशान 71.262 है और वार्निंग लेवल 70.262 है। मणिकर्णिका घाट लगभग डूब चुका है। इसकी वजह से छतों पर चिताएं जलाई जा रही हैं। वहीं फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर 10 सेंटीमीटर बढ़कर 160.10 मीटर पर पहुंच गया। नदी के पानी से किसानों की कई बीघा फसलें डूब गई हैं। इस कारण नाविकों और घाट किनारे चहलकदमी कर रहे लोगों से सुरक्षा की अपील की जा रही है।