हापुड़| धनतेरस के शुभ अवसर पर जहां लोग खरीदारी में व्यस्त थे, वहीं हापुड़ जिले में एक गरीब बुजुर्ग महिला ‘अम्मा’ अपने मिट्टी के दीए बेचने के लिए सड़क किनारे बैठी थीं। पर पूरे दिन बीत जाने के बाद भी एक भी दीया नहीं बिका। अम्मा मायूस होकर अपना सामान समेटने लगीं, तभी वहां थाना प्रभारी विजय गुप्ता पहुंचे।
उन्होंने अम्मा से पूछा कि आज कुछ बिक्री हुई या नहीं। अम्मा ने आंखों में आंसू भरकर कहा – “बेटा, एक भी दीया नहीं बिका।” यह सुनते ही थानेदार ने बिना कुछ सोचे अम्मा के सारे दीए खरीद लिए और मुस्कुराते हुए कहा, “अब आपकी धनतेरस पूरी हो गई, अम्मा।”
इस संवेदनशील दृश्य को देख वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे। किसी ने कहा कि “आज इस थानेदार ने इंसानियत की असली दीया जलाया है।”
थानेदार विजय गुप्ता की यह पहल सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रही है। लोग उनकी दरियादिली की प्रशंसा करते नहीं थक रहे। त्योहार के इस मौसम में उन्होंने समाज को एक खूबसूरत संदेश दिया – “त्योहार सिर्फ रोशनी से नहीं, संवेदनशीलता से जगमगाते हैं।”





