कन्नौज: उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) की शान कहलाने वाला लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे (Lucknow-Agra Expressway) अब यात्रियों की जान के लिए खतरा बन गया है। एक्सप्रेस-वे पर गड्ढों की हालत इतनी खराब है कि हर किलोमीटर में औसतन 20 गड्ढे मिल रहे हैं। आलम यह है कि तालग्राम कट से लेकर तिर्वा कट तक सैकड़ों गड्ढे सड़क पर बने हुए हैं, जिससे आए दिन हादसों का खतरा मंडरा रहा।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे पर प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ रुपये का टोल टैक्स वसूला जा रहा है। इसके बावजूद सड़क का रखरखाव ठीक से नहीं हो पा रहा है। यात्रियों का कहना है कि इतना बड़ा राजस्व सरकार और निर्माण कंपनी को मिलने के बावजूद सड़क की स्थिति खतरनाक बनी हुई है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के मेंटेनेंस का जिम्मा बृजगोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। कंपनी को इसके लिए सालाना करीब 2 हजार करोड़ रुपये का ठेका मिला हुआ है। इसके बावजूद सड़क की मरम्मत और गड्ढों को भरने का काम सुस्त रफ्तार से चल रहा है।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने बताया कि गड्ढों की वजह से आए दिन छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं। तेज रफ्तार वाहनों को अचानक गड्ढे दिखाई देते हैं, जिससे नियंत्रण बिगड़कर दुर्घटनाएं हो रही हैं। एक्सप्रेस-वे पर सफर अब सुरक्षित नहीं रह गया है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की जर्जर हालत ने सरकार और निर्माण कंपनी दोनों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रतिदिन करोड़ों की वसूली और हजारों करोड़ के ठेके के बाद भी सड़क की हालत दयनीय है। आम जनता सवाल उठा रही है कि आखिर इतनी बड़ी धनराशि खर्च होने के बाद भी एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों को सुरक्षित सफर क्यों नहीं मिल पा रहा है।