– श्रद्धा और स्वच्छता में टकराव — रामघाट में जहां श्रद्धालु लगाते हैं डुबकी, वहीं गिर रहा नाले का गंदा पानी
चित्रकूट: धार्मिक नगरी चित्रकूट (Chitrakoot) में स्थित पवित्र मंदाकिनी (Mandakini) नदी एक बार फिर प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रही है। रामघाट के पास दिव्यांग कैंप क्षेत्र में गंदे नाले का पानी सीधे नदी में गिराया जा रहा है। यही स्थान वह है जहां देशभर से आने वाले श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं। यह न सिर्फ श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण की दृष्टि से भी गंभीर संकट खड़ा कर रहा है। नाले का बदबूदार और मलों से युक्त पानी लगातार नदी के शुद्ध जल में मिल रहा है।
खुले नाले का गंदा पानी सीधे मंदाकिनी में गिर रहा, वही स्थान जहां श्रद्धालु नित्य स्नान व पूजन करते हैं, स्वास्थ्य खतरा: जलजनित बीमारियों की आशंका बढ़ी,स्थानीय लोगों और पुजारियों में आक्रोश, कई बार प्रशासन से शिकायतें कीं। महंत रामभूषण दास ने कहा, “यह न सिर्फ आस्था का अपमान है, बल्कि सनातन परंपरा पर सीधा हमला है। प्रशासन यदि जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो संत समाज आंदोलन करेगा।”
डुबकी लगाने आए एक श्रद्धालु राजेश मिश्रा ने कहा, “हमने मंदाकिनी को गंगा का रूप मानकर स्नान किया, लेकिन यह देखकर दुख हुआ कि उसी पवित्र जल में नाला गिर रहा है।” स्थानीय सामाजिक संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि 48 घंटे के भीतर नाले की निकासी पर वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई, तो वे जनआंदोलन छेड़ेंगे।