यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रुखाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शासन के जैम पोर्टल के माध्यम से आउटसोर्सिंग के तहत चतुर्थ श्रेणी की वैकेंसी निकाली गई थी। इस प्रक्रिया के तहत गौरव कुमार का चयन क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में किया गया था। लेकिन कॉलेज के प्रिंसिपल अमित कुमार सिंह ने गौरव कुमार का नियुक्ति पत्र शासन को वापस भेज दिया है।
गौरव कुमार ने आरोप लगाया है कि प्रिंसिपल अमित कुमार सिंह अपने जान-पहचान के लोगों को नौकरी देने के लिए उन्हें जानबूझकर वापस भेज रहे हैं। उन्होंने कहा, “प्रिंसिपल ने मुझे अल्पसंख्यक विद्यालय बताकर नियुक्ति पत्र वापस भेजा है।”
गौरव ने बताया कि उन्हें डीआईओएस के कार्यालय में बाबू की मिलीभगत से नियुक्ति पत्र वापस किया गया है। उनका कहना है कि ये बाबू अपने बच्चों को नजदीकी स्कूल में नियुक्ति पत्र देने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि उन्हें 30-40 किलोमीटर दूर के स्कूलों में भेजने की योजना बनाई जा रही है।
गौरव कुमार ने मुख्यमंत्री को इस संबंध में ऑनलाइन पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने अपनी समस्या को उठाया है और न्याय की मांग की है। यह मामला शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करता है और इसके प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को दर्शाता है।
इस मामले पर स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया का इंतजार है, ताकि दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके और शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।