लखनऊ। भाकपा (माले) CPI(ML) ने एससी—एसटी आरक्षण कोटा के उप-वर्गीकरण के खिलाफ बुधवार (21 अगस्त) को आहूत भारत बंद का समर्थन किया है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि जहां भी संभव होगा, पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर बंद का समर्थन करेंगे।
आरक्षण के संवैधानिक आधार से छेड़छाड़ या उसे कमजोर करने की कोशिश स्वीकार्य नहीं है। पार्टी इन विचारों के भी खिलाफ है कि एससी—एसटी आरक्षण के भीतर क्रीमी लेयर का सिद्धांत लागू किया जाए अथवा आरक्षण केवल एक पीढ़ी तक सीमित हो।
माले CPI(ML) नेता ने कहा कि आरक्षण का उद्देश्य सामाजिक न्याय और समानता को बढ़ावा देना है। ऐसे दौर में जब आरक्षण प्रणाली को चुनौती दी जा रही है, लैटरल एंट्री जैसे प्रावधान के जरिये आरक्षण को नकारा जा रहा है और यहां तक कि संविधान पर भी लगातार हमले हो रहे हैं, तब हमें समाज के सभी वंचित वर्गों के बीच और भी अधिक एकता और एकजुटता की जरूरत है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से उत्पीड़ित और वंचितों के बीच और अधिक विभाजन और प्रतिद्वंद्विता न बढ़े। क्योंकि इससे ताकतवर और विशेषाधिकार प्राप्त लोगों की अपने सामाजिक और आर्थिक प्रभुत्व को बनाए रखने की ‘फूट डालो और राज करो’ की रणनीति को बढ़ावा मिलेगा।