अमृतपुर/फर्रुखाबाद: गंगा में आई बाढ़ के दौरान ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ। लेकिन इसी के साथ सड़क और पुलिया भी क्षतिग्रस्त (culvert cracked) हुई। जिससे सरकारी तौर पर करोड़ों का नुकसान हो गया। परंतु जो अमानक कार्य हुए वह इस बाढ़ और बरसात के दौरान उजागर हो गए और उनकी असलियत सामने आ गई। ग्राम बिरसिंहपुर में पुलिया निर्माण का कार्य आने वाली बाढ़ से पहले हुआ था और वह पुलिया सुचारू रूप से चालू कर दी गई थी।
बाढ़ आने के बाद इसकी असलियत सामने आ गई और जो अमानक कार्य इसमें किए गए उसकी सच्चाई भी किसी से छुपी नहीं रही। यह पुलिया बीच से चटक गई और इसमें मोटी दराज पैदा हो गई। साइड से भी इसमें मोटी-मोटी दराज देखी गई। लाखों रुपए की लागत से बनी इस पुलिया में अमानक कार्य को लेकर ठेकेदारों ने भ्रष्टाचार का खेल जमकर खेला।
अब इस निर्माण को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण काफी नाराज है। उन लोगों ने बताया कि जब पुलिया का निर्माण किया गया था तो इसकी जमीनी हकीकत काफी खराब थी। इसकी गहराई भी ना के बराबर थी और इसमें सरिया सीमेंट मोरम आदि का इस्तेमाल भी बहुत कम किया गया। जिससे यह कमजोर रही और चटक गई। अब अगर इसकी जांच हो तो सच्चाई जरूर सामने आएगी और फिर इस भ्रष्टाचार के खेल को खुलने में समय नहीं लगेगा।