मैसूर: कर्नाटक में 22 सितंबर से शुरू होने वाला दशहरा महोत्सव इस बार विवादों में घिर गया है। राज्य सरकार ने इस महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता (Booker Prize winner) लेखिका बानू मुश्ताक (Banu Mushtaq) को चीफ गेस्ट के तौर पर आमंत्रित किया है। लेकिन हिंदू संगठनों ने इस फैसले का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि “किसी गैर-हिंदू को मंदिर परिसर में पूजा का अधिकार नहीं है।
यह परंपरा और धार्मिक आस्थाओं के खिलाफ है।” बता दें कि 62 वर्षीय बानू मुश्ताक ने मई 2025 में अपनी कन्नड़ भाषा की लघु कहानी संग्रह के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतकर इतिहास रचा था। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है।
मैसूर का दशहरा महोत्सव विश्वप्रसिद्ध है, जो दस दिनों तक चलता है और इसमें 50 लाख से अधिक लोग शामिल होते हैं। अब देखना होगा कि अदालत इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है।


