बाराबंकी: सुप्रसिद्ध Deva Mela इस बार विवादों में घिर गया है। Lucknow निवासी ठेकेदार अंकित सिन्हा ने मेला कमेटी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि मेले में लोडिंग और अनलोडिंग के ठेके को लेकर पारदर्शिता नहीं बरती गई तथा मेला कमेटी के कर्मचारियों ने आपसी मिलीभगत से कार्यवाही पूरी की है।
ठेकेदार अंकित सिन्हा ने इस मामले में बाराबंकी के जिलाधिकारी और एसडीएम को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि टेंडर प्रक्रिया नियमों के अनुरूप नहीं की गई, जिसके चलते इच्छुक लोगों को भागीदारी का अवसर ही नहीं मिल सका।
सिन्हा ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि मेला कमेटी के कर्मचारियों पर मिलीभगत का संदेह है और इस कारण से केवल चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है कि इस ठेके की प्रक्रिया को दोबारा पारदर्शी तरीके से किया जाए, ताकि सभी इच्छुक लोग इसमें भाग ले सकें।
देवा मेला, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है, उत्तर प्रदेश का एक बड़ा धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन माना जाता है। ऐसे में ठेके को लेकर उठे सवालों ने मेला कमेटी और प्रशासन दोनों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। फिलहाल, जिला प्रशासन ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है और मामले की जांच की संभावना जताई जा रही है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि क्या ठेके की कार्यवाही रद्द कर दोबारा पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाएगी या नहीं।