जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मल्हनी गांव में 34 वर्षीय सहायक अध्यापक विपिन कुमार यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में विषाक्त पदार्थ खाने से मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में हलचल बढ़ गई है।
बुधवार सुबह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार राय पैतृक गांव पहुंचे और शोकाकुल परिवार से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह घटना केवल पारिवारिक त्रासदी नहीं है, बल्कि सरकारी दबाव, भय और उत्पीड़न का नतीजा है। राय ने चुनाव आयोग से घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने और दबाव बनाने वाले अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
राय ने परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा और विपिन की पत्नी को मृतक आश्रित में नौकरी देने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के अधिकारी एसआइआर सूची में ओबीसी वर्ग के नाम काटने और नए नाम जोड़ने का अवैध दबाव बना रहे हैं। राय ने कहा कि यह प्रदेश की तीसरी ऐसी घटना है जिसमें कर्मचारी सरकारी प्रताड़ना के कारण दम तोड़ रहे हैं।
शोकाकुल परिवार में पिता सुरेश कुमार यादव, माता आशा देवी, पत्नी सीमा यादव और बहन सलोनी शामिल हैं। कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों के साथ इस तरह की निर्दयता जारी रही तो लोगों का प्रशासनिक तंत्र से भरोसा उठ जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस इस मुद्दे को सड़क से सदन तक मजबूती से उठाएगी।
पारिवारिक सदस्यों का आरोप है कि सहायक अध्यापक विपिन कुमार यादव पर शिक्षक की ड्यूटी के दौरान मानसिक उत्पीड़न किया गया, जो इस हादसे का मुख्य कारण बना।





