नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से 14 बच्चों की मौत की shocking घटना ने पूरे देश को सकते में डाल दिया है। यह मामला केवल मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजस्थान और महाराष्ट्र में भी इस सिरप से बच्चों के बीमार होने की खबरें सामने आई हैं।
घटना के तुरंत बाद मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए कोल्ड्रिफ कफ सिरप समेत निर्माता कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के सभी प्रोडक्ट्स पर प्रतिबंध लगा दिया। वहीं, इस सिरप को लिखने वाले बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया है। डॉक्टर सोनी पर आरोप है कि उन्होंने सर्दी-खांसी से पीड़ित बच्चों को यह सिरप दिया था, जिससे उनकी किडनी फेल हो गई और बच्चों की जान चली गई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए कि डॉक्टर प्रवीण सोनी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। उन्हें अब क्षेत्रीय कार्यालय स्वास्थ्य सेवाएं, जबलपुर में अटैच किया गया है। इस मामले में छिंदवाड़ा पुलिस ने 105 बीएनएस, 276 बीएनएस और 27 (ए) ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
एसपी छिंदवाड़ा अजय पांडे ने बताया कि सबसे अधिक बच्चों का इलाज डॉक्टर सोनी ने किया था और इसी आधार पर उन्हें मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके साथ ही तमिलनाडु की निर्माता कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में इस सिरप के सेवन से कई बच्चों की मौत होने के बाद इन राज्यों ने इसे पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया है। वहीं, केरल और तेलंगाना जैसे अन्य राज्यों ने भी सार्वजनिक अलर्ट जारी कर इसे लेकर सावधानी बरतने की हिदायत दी है। प्रशासन ने माता-पिता और डॉक्टरों से अपील की है कि बच्चों को इस सिरप का सेवन बिल्कुल न करवाएं और किसी भी लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।