फर्रुखाबाद: थाना कादरीगेट क्षेत्र के एक कोचिंग सेंटर में हुए धमाके के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि विस्फोटक पदार्थ या बारूद का कोई अंश नहीं मिला। रिपोर्ट के अनुसार हादसा सेफ्टी टैंक में वेंटिलेशन की कमी और मेथेन गैस के जमाव के कारण हुआ था।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार सिंह ने बताया कि एफएसएल की रिपोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि यह कोई बारूदी विस्फोट नहीं था। जांच के दौरान एटीएस और फॉरेंसिक टीमों ने घटनास्थल से नमूने एकत्र किए थे। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अब यह सुनिश्चित हो गया है कि यह हादसा तकनीकी कारणों से हुआ और किसी साजिश या आपराधिक गतिविधि का इसमें कोई संबंध नहीं है।
थाना कादरीगेट क्षेत्र के कोचिंग सेंटर में अचानक हुए इस विस्फोट में दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि पांच बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए थे। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी। सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्मों पर बारूद से विस्फोट होने की अफवाहें फैल गई थीं, जिससे लोगों में डर का माहौल बन गया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एटीएस, बम निरोधक दस्ते और फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल की जांच में लगाया था। टीम ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण कर विभिन्न नमूने जांच के लिए भेजे थे।
एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। एएसपी डॉ. संजय कुमार सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी असत्य जानकारी को साझा करने से बचें। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक जांच ने स्पष्ट कर दिया है कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था, न कि कोई बारूदी विस्फोट।