– औद्योगिक निवेश को नई रफ्तार, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री सीमेंट के नए प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार की उद्योग मित्र नीतियों का ही परिणाम है कि बड़े निवेशक उत्तर प्रदेश को अपनी पहली पसंद बना रहे हैं। श्री सीमेंट का यह नया प्लांट न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, बल्कि यहां हजारों परिवारों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी उपलब्ध कराएगा।
उद्घाटन समारोह में स्थानीय जनप्रतिनिधि, उद्योग जगत से जुड़े लोग और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार “इंवेस्ट यूपी” की भावना के साथ तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है।
सीएम योगी का संदेश — “पहले माफियाओं का बोलबाला, अब कानून ही पहचान”
– अपराध पर जीरो-टॉलरेंस, उत्तर प्रदेश अब माफिया-मुक्त — 222 माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई, 20,000 से अधिक वांछित अपराधी गिरफ्तार
एटा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़े विश्वास के साथ ऐलान किया कि पहले एटा और पूरे उत्तर प्रदेश में माफियाओं का जमीर था, लेकिन अब राज्य की पहचान है कानून व्यवस्था और शून्य सहनशीलता। उनका कहना था,
> “पहले एटा में माफियाओं का बोलबाला था, अब एटा की पहचान कानून व्यवस्था से है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाए और जनता सुरक्षित महसूस करे।
उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस अब हर प्रकार के खतरे को तेज़ जवाब देती है, जिससे राज्य में माफिया-मुक्त माहौल बन रहा है।
“अपराध पर हमारी शून्य सहनशीलता नीति अभी भी पूरी ताकत से जारी है, और कोई भी माफिया या अपराधी सुरक्षित नहीं रह सकता।”आंकडे देखें तो
222 कुख्यात अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ों में ढेर किया गया, जबकि 8,118 अपराधी घायल किए गए।
20,221 वांछित अपराधी गिरफ्तार किए गए। साथ ही, 79,984 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई हुई, और 930 आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लागू किया गया।
142 अरब रुपये (₹14,000 करोड़) से ज़्यादा की अवैध संपत्ति ज़ब्त की गई — माफियाओं के कब्जे वाली संपत्तियाँ, अवैध निर्माण इत्यादि।
इसके अतिरिक्त, 51 आरोपियों को फांसी, 6,287 को आजीवन कारावास, और 1,091 को 20 वर्ष से अधिक की सज़ा मिली; 27,425 मामलों में अपराधियों को सजा दी गई है।
प्रदेश को माफिया मुक्त करने में यूपी पुलिस ने सफलता की ओर कदम बढ़ाया है।
एटा से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश साफ है — अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं। “पहले माफियाओं का बोलबाला था, अब पहचान है कानून की” — यह वाक्य दर्शाता है कि यूपी में अब सार्वजनिक सुरक्षा और अपराध नियंत्रण सर्वोच्च प्राथमिकता है। कार्रवाई के आंकड़े और सफलताएं इस बदलाव की सच्चाई को दिखाती हैं।