पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद में शुक्रवार को वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसा में बदल गया। इस दौरान उपद्रवियों ने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव किया और पुलिस वैन व सार्वजनिक बसों को आग लगा दी। सीएम ममता बनर्जी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक व्यवहार में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है।
सीएम ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सभी से अपील…सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत और संयमित रहें। धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक व्यवहार में शामिल न हों। हर इंसान की जान कीमती है, राजनीति के लिए दंगे मत भड़काओ। जो लोग दंगा कर रहे हैं वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं। याद रखिए, हमने वह कानून नहीं बनाया है जिसे लेकर बहुत से लोग नाराज हैं। यह कानून केन्द्र सरकार द्वारा बनाया गया था। इसलिए जो जवाब आप चाहते हैं, वह केंद्र सरकार से मांगा जाना चाहिए।”
सीएम ममता ने आगे लिखा, “हमने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है – हम इस कानून का समर्थन नहीं करते हैं। यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। तो फिर दंगा किस बात पर है? यह भी याद रखें कि हम दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते हैं। कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बहकावे में मत आइए। मेरा मानना है कि धर्म का अर्थ है मानवता, दया, सभ्यता और सद्भाव। सभी लोग शांति और सद्भाव बनाए रखें – यही मेरी अपील है।”
इससे पहले मुर्शीदाबाद में हिंसक विरोध प्रदर्शन को लेकर भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल में आर्टिकल 355 लगा देना चाहिए और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना और सुरक्षाबलों को उतार देना चाहिए, क्योंकि ममता बनर्जी सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल साबित हो रही है।